Editor: Mrinali Jadhav Written by Writer Vishal Rana
मनु के आफिस का पहला दिन आफिस में प्रवेश करता है , सामने से एक लड़के को आते देख कर,
मनु: एक्सक्यूज मी सर , राइटिंग डिपार्टमेंट कहा पर है ?
“केबिन नम्बर चार”
मनु: थैंक्यू !
लडका: हम्मम
मनु: केबिन का दरवाजा खोलता है , सामने बहुत ही खूबसूरत मासूम से चेहरे की भरे गालों वाली लड़की, एक लट माथे पर आ रही थी जिसे वो समेट कर कान के पीछे कर रही थी , बैठी हुई थी ।
मनु कुछ देर तक तो उसे देखता रहा , ठीक वैसे जैसे कोई मथुरा के प्रेम मंदिर में बैठ कर राधा कृष्ण की मूरत दीवानों की तरह देखता है।
तब तक सामने से आवाज आती है ,हैलो किससे मिलना है ?, कौन हो , ऐसे क्यूं खड़े हो ?
मनू हड़बड़ा कर: मैं राइटर हूं।
लड़की : क्या?
मनू थोड़ा सम्भल कर: सारी मैम , एक्चुअली I’m a content writer assistant .
लड़की: ओह, मिस्टर मनु विद्यार्थी!
मनु: यह मैम।
लड़की : अंदर आ जाओ कि दरवाजे पर ही खड़े रहोगे ?
मनु: थैंक्यू मैम।
लड़की: बैठो , मेरा नाम नूर है, मैं यहां पर कंटेंट राइटर हूं, और आज से तुम मुझे असिस्ट करोगे।
मनु: ओके मैम।
थोड़ी देर तक नूर लेपटाप पर कुछ करती रहती है। फिर एक पैनड्राइव मनु को देती है , जाओ इसे मैनेजर सर को दे दो , और लौटते समय एक काफी बोल देना पैंट्री में , तुम्हें पीना हो तो अपने लिए भी बोल देना।
मनु: चलने लगता है , दरवाजे के पास जा कर रुक जाता है :
मैम, एक बात बोलूं !
‘आपका नाम आपके चेहरे पर झलक रहा है’
नूर पहले थोड़ा आश्चर्य चकित हो जाती है फिर सामान्य से होकर दोनों ब्लश करने लगते हैं , और मनु चला जाता है।
नूर मनु को जाते हुए देखती है फिर मुस्करा कर अपने लैपटाप पर कुछ करने लगती है। नूर पूरा दिन मनु के बारे में सोचती रहती है , और हल्के से मुस्कराती रहती है।
रात में मनु इंस्टाग्राम पर नूर को फालो करता है , कुछ देर बाद नूर भी मनु को फालो बैंक कर लेती है।
दूसरी सुबह नूर मनु से : शायरी अच्छी लिखते है!
आपने कहां देखा मैम,
नूर : मुझे कल एक फालो रिक्वेस्ट आई थी इंस्टा, पर मुझे लगा तुम हो!
थोड़ा इतरा कर मनु: ओह! या मैम ,, हां बस लिख लेता हूं।
नूर: इतनी रोमांटिक तो वहीं लिख सकता है जो प्यार में हो !
मनु: मैंने इश्क़ तो नहीं किया ,मगर कुछ चेहरों पर ही शायरी लिखी होती है , मैं तो बस एक जरिया हूं उस शायरी को कागज़ पर उतारने का।
नूर , आहिस्ता से हां में सर हिलाती है और हल्का सा मुस्कुरा कर लैपटाप में देखने लगती हैनूर: कुछ मेरे लिए भी सुना दो।
मनु: “आप तो ख़ुद एक महकती सी शायरी है” , आप के लिए कुछ लिखना तो आप की ख़ूबसूरती की तौहीन होगी”
नूर: (मुस्कराते हुए), अगर तारीफ हो गई हो तो कुछ सुना भी दो।
मनु: मैम आप के काबिल तो कुछ नहीं है , फिर भी try करता हूं।
फिर मनु फोन के नोटपैड से अपनी लिखी नज़्म से कुछ सुनाता है……
“वो मेकअप नहीं ऐसे रखती है ख़ूबसूरती का हिसाबबाल खोल देती है हेयर बैंड हाथों में सजा लेती हैवो परी तो नहीं ना जादू की छड़ी उसके पासवो मुस्कुरा देती है और रूठों को मना लेती है”
नूर: Wow, impressive.
मनु: नूर की तरफ सम्मोहक नज़रों से देख कर ,,, ” really” ?
नूर ब्लश करने लगती है, और इधर उधर देखने लगती हैइस तरह एक हफ्ता बीत जाता हैएक शाम आफिस की छुट्टी के समय नूर मनु से “काफी पीते हो”।
मनु: वैसे तो “I’m a tea person” अगर आप के साथ पीना है तो पी सकता हूं।
नूर चलने को इशारा करती हैदोनों कैब करके काफी कैफे पर जाते हैं, वहां कैब से उतर कर मनु पैसे देने लगता है, नूर आधे पैसे देने लगती है।
मनु: It’s okay, मैं दे दूंगा।
नूर: नहीं fifty-fifty।
मनु: मैं दे रहा हूं आप रहने दीजिए
नूर: नहीं , equality, आधा आधादोनों कैफे में बैठ कर काफी आर्डर करते हैं।
मनु चुप बैठा है जैसे कुछ बोलना चाहता हो, लेकिन बोल नहीं पा रहा
नूर: तुम तो शांत हो गए, कुछ बोलो।
मनु: Actually बोलना तो बहुत कुछ है लेकिन आपके सामने आ कर बोल नहीं पाता थोड़ी देर सब शांत रहते हैं……
नूर: मैं पिछले कुछ दिनों से बहुत सोच रही हूं लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा था, मैं सही हूं या नहीं।
मनु: मुझसे कहिए, शायद मैं कोई solution दे पाऊं।
नूर: Actually I’m in love with you.
मनु तो जैसे यही सुनने के लिए तैयार बैठा हो….फिर भी ख़ुद को control करके …. मैं भी तुमसे यही कहना चाह रहा था…. दरअसल मैं तो पहले दिन से ही तुमसे प्यार करने लगा था….. फिर दोनों शांत हो जाते हैं …..और एक दूसरे का हाथ पकड़ कर एक दूसरे की आंखों में देखने लगते हैं .. तब तक काॅफी आ जाती है…. काफी फिनिश करके मनु बिल देने लगते हैं।
नूर: Wait, फिफ्टी फिफ्टी मनु को पता है ये अपने मन की ही करेगी …. तो मना नहीं करता है और दोनों बिल split कर लेते हैं…..वहां से निकल कर फिर से कैब कर के दोनों नूर के फ्लैट के नीचे रुकते हैं…. दोनों वहीं खड़े हो जाते हैं , एक दूसरे के हाथ पकड़ लेते हैं फिन मनु मद्धम सी आवाज़ में पूछता है , can I hug you ?
नूर हां में सिर हिलाती है और मनु को गले लगा लेती है छूट कर नूर मनु की आंखों में देख कर बोलती है ,…” मनु I love you ” और इतना बोल कर मनु को किस कर लेती है।
नूर मनु के कान में बोलती है गुड़ नाईट और जाने लगती है तभी मनु नूर का हाथ पकड़ कर प्यार से अपनी तरफ खींच लेता है और बोलता है fifty-fifty मेरा हिस्सा बाकी है और इतना कह कर नूर को किस करने लगता है …….
Hello dear reader, hope you enjoyed reading this story. If you loved this story, please help us share the word by sharinig this link. Know that it will help the writer to Writer and motivate to write more such stories.