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नज्मः – तुम
Read more: नज्मः – तुमलिखी मैंने जब भी मुहब्बत की ग़ज़लें, तुम्हें सोच कर सारे मिसरे लिखे हैं, ये जो मेरे लहज़े में नमकीनियां हैं, ये पाईं हैं मैंने तेरे होंठ छू कर |
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चांद
Read more: चांदकैद कर ले मुझको किसी चांद सा , निगाहों में रोशन तेरी मैं रहूं , तू घूम आए हर दिन सारा जहां , मैं हर रात तुझे तेरी बाहों में मिलूं …
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नज़्म “तुम”
Read more: नज़्म “तुम”लिखी मैंने जब भी मुहब्बत की ग़ज़लें, तुम्हें सोच कर सारे मिसरे लिखे, हैंये जो मेरे लहज़े में नमकीनियां हैंये, पाईं हैं मैंने तेरे होंठ छू कर।
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तुम्हारा अपना तकिया!
Read more: तुम्हारा अपना तकिया!// तुम्हारा अपना तकिया, पर ना हैं तुमसे शिकायते ना हैं कोई शिकवे, पर आज भी तुम्हारी याद बहुत आती है, जब कोई और मुझे सिरहाने रखता है//
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मैं तुमसे बेहतर डिज़र्व करता हूं।
Read more: मैं तुमसे बेहतर डिज़र्व करता हूं।मैं तुमसे बेहतर डिज़र्व करता हूं
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सफर
Read more: सफरइक सफर गाड़ी की अगली सीट पे आगे बैठ मैं सब कुछ पीछे छोड़ता जा हु, सोचता हूं क्या कभी दुबारा मिल पाएंगी ये चीज़े जो आंखों से ओझल होती जा रही हैं ।।
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हल्के सांवले रंग की लड़की
Read more: हल्के सांवले रंग की लड़कीयाद आ गयी एक लड़की हल्की सांवले रंग की
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Junoon
Read more: JunoonThere is no passion to be found playing small–in settling for a life that is less than the one you are capable of living
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पुरानी शर्ट
Read more: पुरानी शर्टये 200 ग्राम की शर्ट मुझे यूं लग रही थी जैसे मैंने कोई लोहे का कवच पहन लिया हो- मैं दबा जा रहा था।
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Vagueness With a Touch of Lily: Part 1
Read more: Vagueness With a Touch of Lily: Part 1Have you cared for her?



